नई दिल्ली. पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' ने नरेंद्र मोदी का नाम अयोध्या में राम मंदिर के नाम पर हुए दंगों से भी जोड़ा है। अखबार ने अयोध्या से फाइल की गई रिपोर्ट
में बताया है कि भारत के मुसलमानों की इच्छा यही है कि नरेंद्र मोदी को
छोड़ कर कोई भी पीएम बन जाए। अखबार के मुताबिक भारत के कई मुसलमानों को यह
डर है कि अगर मोदी पीएम बने तो हालात बेहद खतरनाक हो सकते हैं। एडम
प्लोराइट और एनी बनर्जी की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि गुजरात में 2002
में हुए दंगों के कारण अयोध्या प्रकरण के बाद हुई सांप्रदायिक हिंसा में
मोदी की भूमिका नजरअंदाज कर दी गई है।
लेकिन, मोदी ही वह शख्स हैं जिन्होंने राम मंदिर के लिए आयोजित आडवाणी की रथयात्रा की व्यवस्था की थी। ज्यादातर मुसलमानों से बातचीत पर आधारित इस रिपोर्ट में समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से विश्व हिंदू परिषद के शरद शर्मा का एक बयान भी दिया गया है। शर्मा के मुताबिक, 'अगर हिंदू पार्टी को बहुमत मिलता है तो हम संसद में कानून पारित कर राम का जन्मस्थान हिंदुओं के हवाले किए जाने की मांग करेंगे।'
आगे पढ़ें: गुजरात में मुसलमानों को रिझाने के लिए सक्रिय हैं मोदी के गैरराजनीतिक 'दूत'
![पाकिस्तानी अखबार का दावा- मोदी से डरे हैं मुसलमान, जोड़ा अयोध्या कांड के बाद हुए दंगों से भी नाम पाकिस्तानी अखबार का दावा- मोदी से डरे हैं मुसलमान, जोड़ा अयोध्या कांड के बाद हुए दंगों से भी नाम](http://i9.dainikbhaskar.com/thumbnail/655x588/web2images/www.bhaskar.com/2014/04/01/3190_namo1.jpg)
लेकिन, मोदी ही वह शख्स हैं जिन्होंने राम मंदिर के लिए आयोजित आडवाणी की रथयात्रा की व्यवस्था की थी। ज्यादातर मुसलमानों से बातचीत पर आधारित इस रिपोर्ट में समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से विश्व हिंदू परिषद के शरद शर्मा का एक बयान भी दिया गया है। शर्मा के मुताबिक, 'अगर हिंदू पार्टी को बहुमत मिलता है तो हम संसद में कानून पारित कर राम का जन्मस्थान हिंदुओं के हवाले किए जाने की मांग करेंगे।'
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